अवधेश कुमार 18 वीं लोक सभा के अध्यक्ष के निर्वाचन के दौरान और उसके बाद का दृश्य निश्चित रूप से देश को एक हद तक राहत देने वाला था। आक्रामक मोर्चाबंदी के बाद विपक्ष ने संसद में मत विभाजन की मांग नहीं की। इस कारण ओम बिरला का दूसरी बार लोकसभाध्यक्ष के रूप में निर्वाचन […]
सड़क और फुटपाथ हर रोज चकाचक क्यों नहीं
प्रशासनिक विफलता का नतीजा है हाथरस हादसा
तीन आपराधिक कानूनों को नया नाम
बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त
सरकार की नीतियों और कामकाज का उल्लेख
भारत के संसदीय लोकतंत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण की परंपरा वर्षों पुरानी है। संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक, लोक सभा के प्रत्येक आम चुनाव के बाद, पहले सत्र में सदस्यों के शपथ ग्रहण करने और सदन का अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद राष्ट्रपति दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करता है। यह अभिभाषण सरकार का […]
शेख हसीना कई मायनों में सुकून कारी
भारत में नई सरकार के गठन के बाद भारत की द्विपक्षीय राजकीय यात्रा पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आना कई मायनों में सुकूनकारी है। उनकी यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के दरम्यान के घनिष्ठ संबंधों को और आगे बढाना है। दोनों देशों ने समुद्र क्षेत्र समेत कई अन्य अहम क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा […]